Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana : उत्तराखंड सरकार द्वारा पशुपालको की देखभाल करने के लिए Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana 2023 की शुरुआत की गई हैं। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से सभी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा हैं. तथा सरकार द्वारा गरीब पशुपालकों की आर्थिक दशा में सुधार करने के लिए योजना को शुरू किया गया हैं। यदि आप राज्य के निवासी हैं, तो आज हम आपको इस योजना से जुडी सभी जानकारी देने जा रहे हैं। जैसे योजना का उद्देश्य आवेदन पात्रता, दस्तावेज आदि सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े।
प्रधानमंत्री समग्र स्वास्थ्य योजना

Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana
राज्य सरकार द्वारा मंत्रिमंडल की बैठक में अप्रेल 2023 से इस योजना की शुरुआत करने की घोषणा की गई हैं। पशु सखी योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार करने हेतु और पशुपालकों की आय में वृद्धि की जा रही हैं। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा Pashu Sakhi Yojana को अगले 3 साल तक सुचारु रूप से चालू रखा जाएगा। जिससे ग्रामीण पशुपालको की स्थति में सुधार आएगा। वह आत्मनिर्भर बनेगे। तथा उत्तराखंड सरकार द्वारा इस योजना को संबंधित गांव में गाय, भैंस, बैल, मुर्गी, बकरी आदि जानवरों के नियमित चिकित्सा के प्रति सुरक्षा देने के लिए देखभाल की जाएगी। Pashu Sakhi Yojana के अंतर्गत उन्ही महिलाओं को शामिल किया जाएगा। जिन महिलाओं की आयु 20 वर्ष से 40 वर्ष के बीच हैं।
Beti Bachao Beti Padhao Yojana
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana Highlights
पोस्ट का नाम | उत्तराखंड पशु सखी योजना 2023 |
शुभारम्भ | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा |
लाभार्थी | ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालक |
उद्देश्य | राज्य के सभी ग्रामीण पशुपालकों के पशुओं की देखभाल करना |
शुरुआत कब हुई | 16 अप्रेल 2023 |
आयु सीमा | 20 साल से 40 साल के मध्य |
सखी का आवेदन कौन कर सकता है | प्रदेश की ग्रामीण महिलाएं |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
सरकारी विभाग का नाम | पशुधन सहायक विभाग |
अधिकारिक वेबसाइट लिंक | https://ahd.uk.gov.in/ |
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana का उद्देश्य
उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पशुपालको की स्थति को ध्यान में रखते हुए, उत्तराखंड पशु सखी योजना को शुरू किया हैं। राज्य सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य रोगों से प्रभावित अश्रमित जानवरों के लिए चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता प्रदान करना, और महिलाओ को योजना से जोड़कर रोजगार के अवसर प्रदान कराना हैं। प्रदेश के पशुपालकों को पशुओं की बिमारियों एवं स्वास्थ्य प्रति सुरक्षा प्रदान करने के लिए योजनी को शुरू किया गया हैं। इस योजना का लाभ प्राप्त करके पशुओं को दुर्घटनाओं से बचाया जा रहा हैं। इसके आलावा Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के तहत पशुओ को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। ताकि पशुओ में होने वाली बिमारी से उन्हे बचाया जा सके। सरकार द्वारा शुरू की गई ये एक अहम योजना है।
उत्तराखंड पशु सखी का मुख्य कार्य क्या होगा
उत्तराखंड सरकार द्वारा योजना के अंतर्गत निम्नलिखित कार्य निर्धारित किये गए हैं। जो पशुओं के कल्याण, संरक्षण और उनके साथ सहयोग के लिए बनाये गए हैं। इन सभी कार्यो की जानकारी हम आपको नीचे अपने आर्टिकल के माध्यम से दे रहें हैं।
जैसे –
- पशुओं के आरोग्य सेवाओं के प्रदान का संचालन |
- शौचालय, पानी आदि सुविधाओं की व्यवस्था करना |
- पशु चिकित्सा केन्द्रों का संचालन और चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना |
- पशुओं के लिए आहार की व्यवस्था करना और उनकी देखभाल करना |
- पशुओं के साथ जुड़ी जानकारी और शिक्षा प्रदान करना |
- पशु रोगों के प्रति जागरूकता फैलाना और इससे बचाव के उपाय बताना |
- लोगों को पशुओं के साथ संबंधित कानूनों और विधियों के बारे में जागरूक करना और उन्हें संबंधित सरकारी योजनाओं के बारे में बताना |

उत्तराखंड पशु सखी योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा योजना को हाल ही में शुरू किया गया हैं।
- Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के माध्यम से पशुपालन को सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा हैं।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत, पशुपालकों को उनके पशु के लिए उपलब्ध चिकित्सा सहायता प्रदान की जाती है |
- इसके आलावा पशु सखी केंद्रों के माध्यम से, पशुपालकों को पशुपालन के बारे में ज्ञान दिया जाता है जो उन्हें उनके बिजनेस के लिए अधिक सक्षम बनाता है |
- इस योजना का लाभ प्राप्त करके गरीब पशुपालको की स्थति में सुधार किया जा रहा हैं।
- उत्तराखंड पशु सखी योजना के तहत पशुपालकों को उनके पशु के लिए उपयुक्त आहार की सलाह दी जा रही हैं।
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत पशु सखियों के माध्यम से रोगों के उपचार की सेवा उपलब्ध कराई जाती हैं।
- साथ ही साथ पशुओं को नियमित अंतराल पर वैक्सीनेशन की सेवा उपलब्ध कराई जाती हैं।
उत्तराखंड पशु सखी योजना का वेतनमान कितना होगा
हम आपको बता दें , की 20 साल से 40 साल के बीच की ग्रामीण महिलाएं इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकती हैं। तथा उत्तराखंड पशु सखी योजना के तहत कई प्रकार के पशु सखियों के लिए होती है और वेतनमान भी इन पशु सखियों की अनुभव, प्रदर्शन और क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग होता है अनुमानित तोर पर बताया जा रहा हैं कि प्रत्येक महिला को करीबन 12,000 से 15,000 रुपया का वेतनमान मिलेगा |
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana 2023 के मानदण्ड एवं पात्रता
उत्तराखंड पशु सखी योजना के लिए पात्रता निम्नलिखित है –
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना का लाभ राज्य के मूल निवासी ही प्राप्त कर सकते हैं।
- जिसमे आवेदक की आयु 20-40 वर्ष से बीच की होनी चाहिए |
- इसके आलावा लाभार्थी को पशु संबंधित विषय में अधिक से अधिक दसवीं कक्षा की शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए |
- साथ ही साथ आवेदक को स्थानीय प्रशासन के द्वारा आयोजित चयन प्रक्रिया में सफल होना चाहिए |
- लाभार्थी को पशु पालन और स्वास्थ्य से संबंधित बुनियादी ज्ञान होना जरूरी हैं।
उत्तराखंड पशु सखी योजना के जरुरी दस्तावेज
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है :-
- अनुभव प्रमाण पत्र
- शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र
- आवेदन पात्र
- आवेदन शुल्क
- आधार कार्ड
- स्थाई निवास
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana के तहत आवेदन कैसे करें
- आपको सबसे पहले पशु सखी योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना हैं।
- वहां जाने के बाद आपको रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन फॉर्म मिलेगा |
- अब आप इसमें व्यक्तिगत और पशु सम्बन्धी जानकारी भरें, जैसे नाम, पता, आधार नंबर, व्यवसाय का प्रकार, पशु संख्या आदि |
- सभी जानकारी भरने के बाद दस्तावेज को स्कैन कॉपी अपलोड करनी हैं जैसे -आधार कार्ड, बैंक खाता नंबर, पशु पंजीकरण प्रमाण पत्र आदि शामिल हो सकते हैं |
- इसके बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करें। आपके द्वारा भरा गया फॉर्म सफलतापूर्वक जमा हो जाएगा |
- अब आपके द्वारा दिए गए विवरण की जांच की जाएगी।
- इस प्रकार चयनित आवेदकों को योजना के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा |
उत्तराखंड पशु सखी योजना FAQs
राज्य में पशुपालक की आमदनी को बढ़ाने और राज्य की महिलाओं को रोजगार से जोड़ने हेतु उत्तराखंड सरकार द्वारा पशु सखी योजना की शुरुआत की गई है।
Uttarakhand Pashu Sakhi Yojana की शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के द्वारा की गई है।
उत्तर: नहीं, इस योजना के तहत कोई रजिस्ट्रेशन फीस नहीं है